Q.15 - इंग्लैंड में उपस्थित उदारवादी राजनीतिक संरचना ने सर्वप्रथम वहाँ पर औद्योगिक क्रांति को प्रेरित किया। समालोचनात्मक परीक्षण करें।
उत्तर :
→ 18वीं सदी में उत्पादन प्रणाली में हुए परिवर्तन से जीवन के विविध क्षेत्रोंजैसे- आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में परिवर्तन को औद्योगिक क्रांति के नाम से जाना जाता है। उत्पादन प्रणाली के मशीनीकरण से श्रम का विभाजन और विशेषीकरण सामने आया, ऊर्जा के नवीन स्रोत विकसित हुए, पूँजीवाद का विकास हुआ।
→ सर्वप्रथम इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति होने के कई कारण मौजूद थे, किंतु उनमें राजनीतिक कारण प्रमुख था। इंग्लैंड में संवैधानिक राजतंत्र एवं संसदीय शासन प्रणाली थी। यह उदारवादी राजनीतिक संरचना आर्थिक, व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित कर रही थी, जबकि इसी काल-खंड में यूरोप के अन्य देशों में निरंकुश राजतंत्र एवं चर्च व्यवस्था मौजूद थी। अतः औद्योगिक क्रांति के लिये जिस राजनीतिक उदारवाद की आवश्यकता होती है वह अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में इंग्लैंड में मौजूद थी।
→ अनुकूल राजनीतिक दशा के अलावा अन्य कारक भी सर्वप्रथम इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति के लिये उत्तरदायी थे।
→ इंग्लैंड की अनुकूल भौगोलिक अवस्थिति ने भी औद्योगिक क्रांति को प्रेरित किया। इंग्लैंड की समुद्र तटीय अवस्थिति थी फलतः एक सक्षम नौसेना का विकास हुआ और साथ ही जहाजरानी उद्योग का विकास हुआ। इंग्लैंड की नम जलवायु वस्त्र उद्योग के विकास के लिये अनुकूल थी। अतः इंग्लैंड में औद्योगिक विकास का आधार मौजूद था।
→ इंग्लैंड की भौगोलिक संरचना प्राकृतिक संसाधनों से युक्त थी। कोयला, लोहा जैसे खनिज एक ही स्थान में मौजूद थे तथा ये औद्योगीकरण के लिये आधारभूत तत्त्व हैं। अतः इंग्लैंड के मशीनीकरण में सुगमता आई।
→ इंग्लैंड में बड़े-बड़े कृषि फार्मों का निर्माण हुआ जहाँ मशीनों से कृषि कार्य किया गया। अतः उत्पादन में वृद्धि हुई जिससे पूँजी निर्माण संभव हुआ और जिसने औद्योगिक क्रांति को प्रेरित किया।
→ इंग्लैंड में हुई वैज्ञानिक क्रांति का लाभ भी मिली जिसने कई आविष्कारों के कारण औद्योगिक क्रांति की राह को सुगम बनाया। साथ ही विभिन्न महाद्वीपों में फैले उपनिवेशों ने कच्चे माल की प्राप्ति एवं एक बड़े बाजार के रूप में औद्योगिक क्रांति को प्रोत्साहित किया।